Homeअंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस 2023 विजयाश्री आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल जबलपुर में प्रशासन के कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार योगाभ्यास एवं सांस्कृतिक नृत्य का शानदार प्रदर्शन। आयुर्वेद में योगा का महत्वपूर्ण स्थान हैं, योगा कार्यक्रम को अंतिम रूप देते हुये चैयरमैन श्री राजेश स्थापक ने अपने आशीष वचनों में कहा कि हम गौरवशाली है जो इस योगा दिवस को राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में संस्कारधानी जबलपुर में संपन्न करने का अवसर प्राप्त हुआ। हम सब दैनिक दिनचर्या में योगा को स्थान दे। सचिव डॉ ओशी स्थापक ने भी विद्यार्थियों के बीच योगा दिवस के ऊपर सन्देश दिया कि “वसुधैव कुटुम्बकम” के संकल्प के सांथ 21वीं सदी के युवा भारत को आयुर्वेद के क्षेत्र में एक नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे । योगाभ्यास से स्वस्थ शरीर से स्वस्थ समाज व स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है, यही वसुधैव कुटुम्बकम के सांथ आयुर्वेद का लक्ष्य हैं। इस आयोजन में चैयरमैन श्री राजेश स्थापक, सचिव डॉ ओशी स्थापक,डॉ सुनील हुलसरे डॉ मंजू चौकसे,स्वास्थ्य वृत विभाग से डॉ सत्यव्रत चौहान एवं आयुर्वेद विभाग के सभी प्राध्यापक,ऑफिस स्टाफ व आयुर्वेद विद्यार्थियों की अधिक संख्या में उपस्थिति रहीं। वन्देमातरम।
अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस 2023 विजयाश्री आयुर्वेदिक मेडिकल कालेज एंड हॉस्पिटल जबलपुर में प्रशासन के कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार योगाभ्यास एवं सांस्कृतिक नृत्य का शानदार प्रदर्शन। आयुर्वेद में योगा का महत्वपूर्ण स्थान हैं, योगा कार्यक्रम को अंतिम रूप देते हुये चैयरमैन श्री राजेश स्थापक ने अपने आशीष वचनों में कहा कि हम गौरवशाली है जो इस योगा दिवस को राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में संस्कारधानी जबलपुर में संपन्न करने का अवसर प्राप्त हुआ। हम सब दैनिक दिनचर्या में योगा को स्थान दे। सचिव डॉ ओशी स्थापक ने भी विद्यार्थियों के बीच योगा दिवस के ऊपर सन्देश दिया कि “वसुधैव कुटुम्बकम” के संकल्प के सांथ 21वीं सदी के युवा भारत को आयुर्वेद के क्षेत्र में एक नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे । योगाभ्यास से स्वस्थ शरीर से स्वस्थ समाज व स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है, यही वसुधैव कुटुम्बकम के सांथ आयुर्वेद का लक्ष्य हैं। इस आयोजन में चैयरमैन श्री राजेश स्थापक, सचिव डॉ ओशी स्थापक,डॉ सुनील हुलसरे डॉ मंजू चौकसे,स्वास्थ्य वृत विभाग से डॉ सत्यव्रत चौहान एवं आयुर्वेद विभाग के सभी प्राध्यापक,ऑफिस स्टाफ व आयुर्वेद विद्यार्थियों की अधिक संख्या में उपस्थिति रहीं। वन्देमातरम।